अफवाहों का वीभत्स रूप या पूर्व नियोजित हिंसा का तांडव
पिछले एक हफ्ते से देश ने हिंसा के जिस तांडव को देखा है वह न केवल अति निंदनीय है बल्कि भारत के आधुनिक समाज के लिए एक काले धब्बे के समान है. देशहित में भारतीय संसद ने अपने शीतकालीन सत्र में नागरिकता संशोधन बिल को पास क्या किया कि देश में अफवाहों का बाजार गर्म हो गया और फौरी तौर पर देश के विभिन्न भाग…